खुद करके सीखने की प्रक्रिया में सफलता से कहीं ज्यादा महत्वपूर्ण असफलता होती है जो सीखने वाले को समझ की गहराइयों में ले जाती है। हमारी परम्परागत शिक्षा व्यवस्था असफलता को अच्छी नज़र से नहीं देखती और दंडनीय समझती है। यह बात यूं तो हर विषय पर लागू होती हैं लेकिन प्रस्तुत लेख खासकर विज्ञान शिक्षा के सन्दर्भ में है।
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