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Tag: कुमाऊँ
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उत्तराखंड की फागुनी बहारें
भारत में लोक उत्सव गतिशीलता और विविधता के अनूठे उदाहरण हैं। लोक उत्सवों की इस विविधता का एक रूप उत्तराखंड की होली है। यहाँ यह बसंत ऋतु का सबसे महत्वपूर्ण लोक उत्सव है। लम्बे ठिठुरन भरे महीनों के बाद फागुन के आते ही जैसे-जैसे पहाड़ों में तापमान बढ़ना शुरू होता है, प्रकृति भी अपना रूप बदलने लगती हैं।
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हम गैरसैंणी हैं!
वर्तमान में अल्मोड़ा जिले का निवासी होने के कारण इस बात का दुख होना चाहिए की ऐतिहासिक कुमाऊँ की राजधानी ही कुमाऊँ का हिस्सा नहीं बची पर वह दुख भी नहीं होता। सोचता हूँ की क्या बदल जाएगा गैरसैंण का हिस्सा हो जाने से?
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