तिब्बती व्यापारी

भारतीय हिमालयी सरहदों के ऊँचाई वाले इलाकों में रहने वाले समुदायों का तिब्बती समाज से गहरा रिश्ता रहा है। वर्ष 1957 में अमेरिकी फिल्मकार जे माईकल हैगोपियन ने जाड व्यापारियों के जीवन पर ‘तिब्बतन ट्रेडर्स’नाम से महत्वपूर्ण वृतचित्र बनाया था जिसका ज्ञानिमा ने हिंदी रूपांतरण किया है।

आगे पढ़े

मनुष्य भी रहते हैं इस देवभूमि में

डॉ. नवीन जुयाल ने बड़ी आसानी से एक बहुत बड़ी बात हमारे समक्ष रखी है। उनका कहना है कि सब लोग उत्तराखंड को देवभूमि कहते है और हम आत्ममुग्धता के गुब्बारे से फूले रहते हैं। असलियत यह है कि उत्तराखंड में मनुष्य भी रहते हैं जिनकी अपनी जरूरतें हैं, अपने सरोकार हैं। इस धरा से उनके भी जुड़ाव के मुद्दे हैं।

आगे पढ़े