‘उत्तराखंड विचार प्रतियोगिता’ के तहत हमें जो लेख प्राप्त हुए उनमें से चयनित लेखों को डॉ शेखर पाठक एवं श्री राजीव लोचन शाह ने पढ़ा और जिस लेख को उन्होंने सबसे उपयुक्त पाया वो लिखा है पुणे के श्री जीवन सिंह खाती ने। सभी भागीदारों को धन्यवाद देने के साथ साथ हम बधाई देते है श्री खाती जी को जो अपनी जड़ों से इतने दूर रहते हुए भी अपनी जड़ों के बारे में सोचते हैं और उसके उज्ज्वल भविष्य के लिए चिंतन करते हैं। श्री जीवन सिंह खाती का लेख पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें।
उत्तराखंड विचार प्रतियोगिता असल मायने में प्रतियोगिता नहीं है बल्कि आह्वान हैं विचारों का। एक कोशिश है अलग अलग विचारों को एक जगह समेटने की ताकि हम उत्तराखण्ड के कल, आज और कल को विभिन्न नज़रियों के देख सकें। यह प्रतियोगिता हमें विभिन्न पक्षों का संकलन करने और समझने का मौका भी देगी – वो पक्ष चाहे किसी प्रवासी के हों या अप्रवासी के, किसी युवा के हों या बुजुर्ग के, किसी पहाड़वासी के हों या तराई भाभर वासी के, किसी शहरी के हों या किसी ग्रामीण के, किसी नेता के हों या नागरिक के…
उत्तराखंड राज्य 9 नवम्बर को बीस बरस का हो जाएगा। इस बीच बहुत कुछ हुआ और बहुत कुछ नहीं हुआ। जो नहीं हुआ वो छूट गया और उस छूटे हुए का अब हम कुछ कर भी नहीं सकते। पर अपना सामूहिक भविष्य जरूर बदल सकते हैं। पर कैसे? आपके क्या विचार हैं उत्तराखंड के भविष्य के बारे में? क्या कुछ किया जाए की उत्तराखंड एक सही दिशा में अग्रसर हो?
विषय
वो तीन पहल जो उत्तराखंड को बदल सकती हैं
प्रतियोगिता में हिस्सेदारी के लिए ‘वो तीन पहल जो उत्तराखंड को बदल सकती हैं!’ विषय पर लेख लिख कर हमें प्रेषित करें। ज्ञानिमा की संपादकीय टीम सभी लेखों पर चर्चा करेगी और चुने हुए लेखों को विचारकों के एक समूह के समक्ष रखेगी। यद्यपि एक लेख पुरस्कृत होगा, चुने हुए 8 से 10 लेखों को ज्ञानिमा की वेबसाईट पर प्रकाशित किया जाएगा। सभी लेखों में से चुने गए प्रमुख विचारों को संग्रहीत कर हम एक समग्र लेख भी प्रकाशित करेंगे।
विजेता को ‘पहाड़’ की ओर किताबों का एक सेट भेंट किया जाएगा।
हिस्सेदारी के नियम व तिथि
लेख की शब्द सीमा – 600-750 शब्दों
भाषा – हिन्दी
लेख का चयन विचार प्रस्तुति, मौलिकता व लेखन विधा के आधार पर किया जाएगा।
कृपया अपने लेख अक्टूबर 30, 2020 तक प्रेषित कर दें। नवंबर 9, 2020 को विजेता घोषित किए जायेंगे।
हिस्सेदारी कैसे करें
यह प्रतियोगिता अब समाप्त हो चुकी है।
बहुत अच्छी पहल उत्तराखंड प्रदेश को विकसित करने के लिए आप सभी को नमन है
एक अच्छा मंच जहां पर दूर दराज से लोग अपने विचार पृस्तुत कर सकेंगे.
Bahut hardik badhaiyan sir Uttarakhand ke liye vardan sabit hogi thanks